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लाखों खर्च फिर भी, कचरा बना पशुओं का चारा, कई वार्डो में गंदगी से बीमारी फैलने कि आशंका?

वार्ड 02

किसी भी शहर/गाँव में उचित जन स्वास्थ्य व्यवस्था बनाए रखने के लिए उस शहर / गाँव की पर्याप्त स्वच्छ्ता व सफाई एक महत्वपूर्ण पहलू होती हैं |

इसलिए निश्चित रूप से, नगर पालिका, नगर परिषद, नगर पंचायत, पंचायत अपने-अपने क्षेत्र में साफ़ एवं स्वच्छ वातावरण बनाये रखने के लिए उत्तरदायी होता है, जिससे खतरनाक बीमारियों और महामारियों से बचा जा सके एवं रोकथाम हो पाए।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास



जिसके लिए बिहार के प्रत्येक नगर पंचायत के पास एक NGO या एजेंसी कार्य करती हैं जिसका कार्य सफाई व्यवस्था कों देखना होता हैं, जैसे सार्वजनिक स्थानों कि सफाई, सड़क, नाला, गली आदि कि सफाई करना प्रमुख होता हैं, ऐसी के तहत प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान के सपने को पूरा करने के लिए, किशनगंज जिले के ठाकुरगंज नगर पंचायत में भी एक NGO ( एजेंसी ) से करार ( एग्रीमेंट ) कि गई, समस्याओ के निपटारे के लिए एक हेल्पलाइन नम्बर भी जारी कि गई पर क्या सार्वजनिक स्थानों कि समस्या तब हल होंगी जब हेल्पलाइन नम्बर पर कॉल किया जायेगा वरना नहीं,



ओर नीचे पढ़िए 👇👇👇
जिसकी कुल रकम सफाई के लिए 976963 रू. प्रत्येक माह भुगतान किया जाता हैं जिसमे कुल 52 सफाई कर्मी व इन्हे एक ट्रैक्टर और 05 टीपर वाहनों में ईंधन कि भी आपूर्ति करनी हैं, फिर भी नगर कि सफाई व्यवस्था चरमराई हुई हैं, वार्ड 02 और 05 के बीच के सड़क के पास, वार्ड 12, वार्ड 09 आदि में कई दिनों से सफाई नहीं होने से प्लास्टिक के प्रदार्थ अब जानवरों का चारा बन रहा जो बीमारियों कों दावत दे रहा, यहाँ तक कि कई ऐसे भी नाले हैं जो बिलकुल जर्ज़र स्थिति में हैं जिनका गन्दा पानी सड़को पर फैला रहता हैं, वार्ड 12 स्थित एक नाले कि हाल तो इस प्रकार हैं कि कई दिनों से टूट कर जर्ज़र स्थिति में हैं जिसके वजह से लोहे कि रड बड़ी दुर्घटना कों दावत दे रही,
हद तो जब हो गई कि ठाकुरगंज सामुदायिक स्वस्थ केंद्र और आदर्श विद्यालय से महज 100 मीटर के आस पास कचरा का ढेर देखा गया जो बीमारी व डेंगू फैलने का कारण बन सकता हैं,
क्या कहते हैं सामुदायिक स्वस्थ केंद्र के डॉक्टर 👇
डॉक्टर अनिल कुमार का मानना हैं कि अस्पताल के आस पास साफ़ सफाई बनी रहनी चाहिए, जिससे वातावरण दूषित न हो,
इस सम्बन्ध नगर पंचायत कार्यालय से व कार्यपालक पदाधिकारी से भी संपर्क करनी कि कोसिस कि गई पर उनके तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी, पर व्हाट्सअप के माध्यम से एक help लाइन नम्बर भेज दिया गया,

तो वही नगर के कनीय अभियंता ने जल्द समस्या दूर करने कि बात कही

इस मामले में सफाई कर्मी से जब बात कि गई तो उन्होंने जल्द समस्या निपटारा करा लेने कि बात कही, अब देखना यह होगा कि क्या इस ओर नगर के जिम्मेदार व्यक्ति या पदाधिकारी ध्यान देंगे या यूही समस्याओ कों अनदेखी कर दिया जायेगा