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ठाकुरगंज नगर पंचायत की प्रतिक चिह्न बना विवादित, आवेदक ने मिडिया के समक्ष बदला बयान, जाँच कों पहुंचें अधिकारी

स्पेशल DastakToday :- बिहार में अक्सर नेताओं के बयान मिडिया की सुर्खियां बटोरता रहा हैं, ऐसा ही कुछ मामला किशनगंज जिले के ठाकुरगंज नगर पंचायत से उजागर हो रहा, जहाँ विकास कों गति देने के उद्देश्य से व क्षेत्र की पर्यटक दृष्टिकोण को देखते हुए नगर पंचायत की बोर्ड ने पहले मधुबनी पेंटिंग बनाया फिर बिहार सहित देश के अन्य नगर पालिकाओं की प्रतीक चिन्ह की तर्ज पर ठाकुरगंज नगर पंचायत के लिए प्रतिक चिह्न बनाने का निर्णय लेते हुए बोर्ड में पास करवाया जिसमे उक्त प्रतिक चिन्ह के पक्ष में कुल 14/13 सदस्यो ने अपनी सहमति दर्ज की और फिर प्रशासनिक भवन पर लगा कर मिडिया के समक्ष जारी किया,

ठाकुरगंज नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीकृष्ण सिंह उर्फ़ सिकंदर पटेल के अनुसार प्रतिक चिह्न में हरगौरी मंदिर की ऐतिहासिक महत्व कों देखते हुए, इसकी प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई, जिसके बाद कुछ राजनितिक दलों के समर्थको ने इसे धार्मिक रूप दे कर विवादित बनाने की कोशिस कर रहे, कुछ राजनितिक दलों के नेताओं द्वारा जिलाधिकारी के समक्ष प्रतिक चिह्न कों मिटाने के लिए आवेदन दिया गया जिसके बाद आनन फानन में उक्त प्रतिक चिह्न कों तत्काल मिटा दिया गया हैं, और एक जाँच टीम गठित कर दी गई जो

किशनगंज DDC व SDM

दिन शनिवार कों किशनगंज DDC व SDM के नेतृत्व में जाँच करने ठाकुरगंज नगर पंचायत पहुंची, हलाकि इस मामले में जाँच टीम ने मिडिया के सामने कुछ भी कहने से इंकार करते हुए जिला मुख्यालय चली गई,

इस मामले में ज़ब आवेदक खालिक अंसारी से बात की गई तो उन्होंने कहा हरगौरी मंदिर की तस्वीर नहीं लगाई गई हैं अगर ऐतिहासिक हरगौरी मंदिर की तस्वीर लगाई गई होती तो कोई विवाद उत्पन्न नहीं होता, और कोई अगर विवाद करता तो सभी उनका विरोध करने का काम करते,


हालांकि इस मामले में कुछ विशेष राजनितिक दलों के सदस्यो ने भी जिलाधिकारी के समक्ष शिकायत कि हैं तो राजनीती होना लाजमी था,

बोधगया नगर प्रतिक चिह्न
अजमेर नगर प्रतिक चिह्न
बेगूसराय नगर प्रतिक चिह्न

ज़ब मामले कि जानकारी ठाकुरगंज के पूर्व विधायक श्री गोपाल अग्रवाल हुई तो उन्होंने मिडिया के समक्ष कहा कि ठाकुरगंज नगर पंचायत ही पहला नगर नहीं हैं जहाँ उस जगह का ऐतिहासिक मंदिर कों प्रतिक चिह्न में जगह दी गई ऐसा भारत में कई सारे नगर पालिकाओं के कार्यालय में प्रयोग किया जा चूका हैं, इसलिए इसे धर्म से न जोड़ा जाय, हरगौरी मंदिर से ठाकुरगंज का इतिहास जुड़ा हैं, उन्होंने उक्त प्रतिक चिन्ह का समर्थ भी किया,


तो भाजपा कैसे पीछे रह जाती किशनगंज भाजपा जिलाध्यक्ष सुशांत गोप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ठाकुरगंज नगर पंचायत भवन में लगाए उक्त प्रतिक चिन्ह का समर्थन किया ओर हरगौरी मंदिर के इतिहास का भी वर्णन किया, हलाकि अक्सर सभी पक्ष का साफ रूप से हरगौरी मंदिर की तस्वीर लगाने पर सहमति देखि जा रही, पुरे मामले में भाजपा नेता अनिल महाराज ने कहा कि आवेदककर्ता के द्वारा दी गई आवेदन के अनुरूप आवेदक मिडिया में बयान नहीं दे रहे एक ओर वे मदिर का विरोध भी करते हैं ओर मिडिया के समक्ष मंदिर की तस्वीर लगाने की बात भी करते हैं, जो समझ से बाहर हैं न जाने किया मनसा हैं| अब देखना यह होगा की क्या उक्त प्रतिक चिह्न ठाकुरगंज नगर पंचायत कों दोबारा प्राप्त हो मिलता हैं या नहीं,