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महाभारत कालीन किचकबद्ध धार्मिक ऐतिहासिक एवं पर्यटन स्थल पर भीम एवं कीचक की नई प्रतिमा का शनिवार को अनावरण किया गया है।

स्टोरी, DastakToday

भारत नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित गलगलिया थाना क्षेत्र से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के झापा जिला अंतर्गत भाद्रपुर-2 स्थित महाभारत कालीन किचकबद्ध धार्मिक ऐतिहासिक एवं पर्यटन स्थल पर भीम एवं कीचक की नई प्रतिमा का शनिवार को अनावरण किया गया है। नेपाल संविधान सभा के पूर्व सदस्य जीतू गौतम ने शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान भीम एवं कीचक की नवनिर्मित प्रतिमा का अनावरण किया। मूर्ति के अनावरण के बाद नेपाल संविधान सभा के पूर्व सदस्य गौतम ने कहा कि किचकबद्ध सभी जातियों के लिए पवित्र भूमि है। किचकबद्ध न केवल स्थानीय है, यह नेपाल में सभी जातीय समूहों के लिए एक पवित्र स्थान है। साथ ही उन्होंने कहा की इसके संरक्षण और विकास के लिए सभी क्षेत्रों का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने कहा कि महाभारत काल के दौरान ऐतिहासिक भूमि की सफाई के माध्यम से यह देश में पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। किचकबद्ध धार्मिक ऐतिहासिक एवं पर्यटक स्थल संरक्षण समिति के अध्यक्ष दिल बहादुर थेबे ने बताया कि घेराबारा और भीम कीचक की मूर्तियों का निर्माण 50 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। उन्होंने कहा कि उक्त बजट में से 23 लाख 70 हजार 877 रुपये की लागत से भीमा-कीचक की मूर्ति का निर्माण कराया गया है. इसी तरह पर्यटन स्थलों की सुरक्षा के लिए 38 लाख 78 हजार 681 रुपये की लागत से घेराबंदी की गई है। बताते चलें कि हर वर्ष माघ महीने की पूर्णिमा को यहां भव्य मेले का आयोजन किया जाता है जिसमे बिहार बंगाल के कई जिलों के श्रद्धालु यहां माथा टेकने आते हैं। ऐसी मान्यता है की यहां पूरी निष्ठा से मांगी गई मन्नते पूरी होती है।