किशनगंज : इन दिनों किशनगंज जिला शिक्षा विभाग विवादो से घिरा हैं विभाग में जिला पदाधिकारी के एक्शन के बाद कई बड़े खुलासे हुए हैं जिसमे पूर्व के जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित वर्तमान पदाधिकारी भी निलंबित हो गए और ठेकेदारों पर विभागीय जाँच के तलवार लटक रहे |
ऐसा लगता हैं हुए घोटालो से विभाग के अधिकारी सबक लेना ही नहीं चाहती, कुछ ऐसा ही मामला ठाकुरगंज प्रखंड के तातपौआ पंचायत से जुड़ा हुआ हैं जहाँ पंचायत के उच्च माध्यमिक विद्यालय कादोगाँव में जर्ज़र भवन के मरम्मती के नाम पर राशि की बंदरबाट हो गई | यह आरोप कोई और नहीं बल्कि उच्च माध्यमिक विद्यालय कादोगाँव के छात्र, अध्यापक व प्रधानाध्यपक ही लगा रहे | विद्यालय के प्रधानाध्यपक मो. हारून रशीद के अनुसार माई माह में थोड़ी रंगाई पोताई कर बोर्ड लगा कर 4 लाख 81 हजार की राशि की निकासी कर ली गई पर आज भी भवन जर्ज़र हालत में जिसके कारण बच्चों कों बारिश के समय में भवन के बाहर किसी अन्य भवन में पढ़ाने पर मज़बूर होना पर रहा | उक्त विद्यालय एक शिक्षक तो यह भी बता रहे की पूरा भवन बारिश के समय में चुने लगता हैं जिस वजह से बच्चों के ख़िताब भी भींग जाते हैं यही नहीं भवन में बड़े-बड़े दरार भी आ चुके हैं पूरा भवन जर्ज़र हो चूका हैं जबकि कुछ महीने पूर्व ही लाखों की राशि खर्च हुई पर काम कुछ नहीं हुआ | बच्चों की माने तो यह पूरा मामला पैसो की बंदरबाट का प्रतीत हो रहा, बच्चे बताते हैं की स्कूल के बाहर एक बोर्ड में 4 लाख 81 हजार की राशि दर्शाया हुआ एक बोर्ड हैं पर जिस भवन में हम पढ़ते हैं वो आज भी टुटा और रूम में पानी भर जाता हैं भवन बुरा हाल में हैं हमें तो पढ़ने में भी डर लगता हैं कही भवन ही गीर न जाए |
जब मामले की गंभीरता कों देखते हुए पड़ताल की गई तो विद्यालय वर्ग 4 के उतर तरफ एक बोर्ड मिला जिसमे यह दर्शाया गया था की प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना से उत्क्रमित मध्य विद्यालय कादोगाँव की मरम्मति कार्य के लिए 4 लाख 81 हजार की राशि स्वीकृति हुई जिसका कार्य हैं जो माई माह में पूरा कर लिया गया, यह कार्य कार्यपालक अभियंता, भवन प्रमंडल, किशनगंज द्वारा ओसामा रेजा नामक संवेदक कों दिया गया था, ऐसे में यह पाया गया की मरम्मति का कार्य उक्त विद्यालय में होना था जिसमे अनिमितता बरते का आरोप लग रहा |