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शिक्षा का अलख जगाने वाले ठाकुरगंज के इंग्लिश सर का हुआ निधन, शोक में डूबा ठाकुरगंज।


बीरबल महतो, ठाकुरगंज (किशनगंज):

ठाकुरगंज में हजारों बच्चों के बीच शिक्षा की अलख जगाने वाले इंग्लिश सर के नाम से विख्यात एक चिराग बुझ गया। ठाकुरगंज नगर स्थित आनंद मार्ग जागृति स्कूल को स्थापना काल से ही विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पूर्व प्राचार्य रंजीत सरकार मंगलवार की सुबह करीब नौ बजे अंतिम सांस ली। वे 75 वर्ष के थे और मधुमेह, पेट आदि बीमारियों से ग्रस्त थे। उनके निधन की खबर से ठाकुरगंज में शोक की लहर है।
45 वर्ष से भी अधिक समय तक ठाकुरगंज, पोठिया, गलगलिया, खोड़ीबाड़ी आदि सहित आसपास के क्षेत्रों में आनंद मार्ग स्कूल के माध्यम शिक्षा के उजियारा फैलाने वाले 75 वर्षीय रंजीत सरकार उर्फ इंग्लिश सर के निधन से शहर में शिक्षा के बढ़ते कारवां को एक झटका लगा है। उनकी शिक्षा के प्रति ऐसी भावना थी कि उनसे जुड़े करीबी शिक्षकों और परिचितों को निधन की जानकारी मिली तो उन्होंने अश्रूपूरित नेत्रों से कुछ यादें साझा की।


इसी दौरान उसके प्यारे शिष्यों में से एक चयन कुमार (आयकर पदाधिकारी) ने बताया कि इंस्लिश सर का जन्म 11 जनवरी, 1949 को बांग्लादेश के तंगेल जिले में हुआ था और 1970 के दशक के दौरान बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल की गूंज के बीच ढाका विश्वविद्यालय का यह छात्र उन लाखों लोगों में से एक थे जो बांग्लादेश से उस समय भारत आए जब वहां हिंदुओं का धार्मिक उत्पीड़न चरम पर था। उसके बाद बिना किसी अपेक्षा के 28 साल की उम्र में 1977 में आनंद मार्ग जागृति स्कूल और ठाकुरगंज को अपनी कर्म भूमि के रूप में चुना। हालाँकि 45 वर्षों से अधिक की इस अथक सेवा से उन्हें न तो पद मिला, न धन (न ही परिवार), पर हमने उन्हें कभी भी एक कमजोर व्यक्ति नहीं देखा। वह हमेशा आत्मविश्वास और स्पष्टता से भरे रहते थे। उनके चरित्र की ताकत और काम के प्रति समर्पण का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके लंबे करियर में ऐसे कई मौके आए जब उन्होंने सालों तक बिना किसी पारिश्रमिक के काम किया। अपना पूरा जीवन बच्चों को पढ़ाने के लिए समर्पित किया ओर अपने इस संकल्प को वह बिना किसी बाधा के जारी रखने के लिए अपना घर भी न बसाने का फैसला लिया। संपत्ति के नाम पर उनका बस नाम ही है।


उन्होंने बताया कि अंग्रेजी भाषा और साहित्य के ज्ञान के भंडार एक अद्भुत वक्ता और खुद रवीन्द्र और नजरूल संगीत में निपुण, उन्होंने ऐसे छात्रों को पढ़ाया जो सीए, आय कर पदाधिकारी, जीएसटी अधिकारी, बीडीओ, सीओ जैसे नौकरशाह पद के अलावे, डॉक्टर, पत्रकार, इंजीनियर, व्यवसायी, उद्यमी और ऐसे अनेकों क्षेत्र में देश और समाज की सेवा कर रहे हैं।
वहीं रंजीत सरकार उर्फ इंग्लिश सर के निधन पर आनंदमार्ग प्रचारक संघ के जिला भुक्ति प्रधान सुमन भारती, आचार्य लीलाधिशानंद अवधुत, पुर्व विधायक गोपाल कुमार अग्रवाल, मुख्य पार्षद सिकंदर पटेल, पुर्व मुख्य पार्षद देवकी अग्रवाल व प्रमोद कुमार चौधरी, अधिवक्ता कौशल किशोर यादव, युवा जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष प्रशांत पटेल सहित उनके शिष्य श्याम सुन्दर यादव, नीलेश भारती, प्रशनजीत चंदा, राजा कुंडू, जयंत दत्ता, जयदीप बनर्जी, संतोष नायक, नवीन चौधरी, अयन चौधरी, अखिल साहा, अमरजीत चौधरी, राजू देवनाथ, मदन आचार्य, आशीष आचार्य आदि सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने शोक संवेदना व्यक्त किया और मंगलवार को उनके अंतिम संस्कार यात्रा में बड़ी संख्या में उनके पूर्ववर्ती छात्र शामिल हुए।