प्रदीप शर्मा ,बिहार
ठाकुरगंज नगर स्थित राम जानकी मंदिर भातढाला में एकल अभियान के तहत तीन दिवसीय हरि कथा एवं सत्संग का आयोजन एकल विद्यालय समिति द्वारा की गई। जिसमें अयोध्या से प्रशिक्षित झारखंड राज्य से आए हुए व्यास कलाकारों द्वारा 7 सितंबर से 9 सितंबर तक प्रतिदिन मंदिर परिसर में दोपहर 3 बजे से रात्रि 8 बजे मानस पाठ, राम कथा, कीर्तन भजन का आयोजन किया गया। एकल विद्यालय समिति के अध्यक्ष पप्पू तिवारी, सचिव जनश्रुति कुमार एवम समिति के कोषाध्यक्ष गौरव गुप्ता ने एकल विद्यालय के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि एकल विद्यालय ‘एक शिक्षक वाले विद्यालय’ हैं जो विगत कई वर्षो से भारत के उपेक्षित और आदिवासी बहुल सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित किए जा रहे हैं। भारत के वनवासी एवं पिछड़े क्षेत्रों मे हजारों एकल विद्यालय चल रही है। ग्रामीण भारत के उत्थान में शिक्षा के महत्व को समझने वाले हजारों संगठन इसमें सहयोग दे रहे, भारत के वर्तमान में 65 हजार गांवों के 26 लाख वनवासी बच्चों को एकल विद्यालय शिक्षा उपलब्ध करा रहीं है। इस योजना का वैशिष्ट्य यह है कि विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने के लिये संबधित ग्राम के ही एक शिक्षित युवक/युवती को शिक्षक/आचार्य के रूप में प्रशिक्षित किया जाता है। इस प्रशिक्षण में संभावित आचार्य को न केवल शिक्षण कला का ही ज्ञान कराया जाता है वरन् अन्य बातें – जैसे प्राथमिक चिकित्सा, बच्चों को संस्कार-संपन्न बनाना, खेल-कूद कराना आदि के बारे में भी आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाता है। इन विद्यालयों में गांव के लगभग 30 से 40 बच्चे हंसी-खुशी और खेल-कूद के वातावरण में अनौपचारिक रीति से कक्षा 3 तक की शिक्षा प्राप्त करते हैं जिसके पश्चात इन बच्चों को नियमित विद्यालयों में भर्ती करा दिया जाता है एवम आस्था से जोड़ा जाता है। इस कार्यक्रम में शिक्षक बृजेश सिंह, दिलीप यादव, सिकंदर पटेल, संजीव साह, आलोक ठाकुर, मयंक शांडिल्य, अमरजीत चौधरी, हरि पंडित सहित सैकड़ों की संख्या में नगर वासियों ने भाग लिया।