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अब बिहार में आशा कार्यकर्ता धरने पर, लड़ रही सम्मान और समाधान की लड़ाई

प्रदीप शर्मा, DastakToday news :-


ठाकुरगंज में आशा कार्यकर्ताओं का पैदल मार्च, अनिश्चितकालीन धरने से बढ़ा संघर्ष

स्वास्थ्य सेवाओं पर खतरा ठाकुरगंज के आशा कार्यकर्ताएं कर रहीं प्रदर्शन।


बता ते चलें की किशनगंज भर की आशा कार्यकर्ता ने अपने भविष्य को लेकर काफ़ी चिंतित होकर नौ सूत्री मांगों के लिए अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई, यह धरना 20 जून 2023 को बिहार राज्य आशा एवं आशा फैसिलिटेट संघ के राज्य सम्मेलन में लिए गए निर्णय के आलोक में किया गया है।
आशा कार्यकर्ताओं ने आज ठाकुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से पैदल मार्च करते हुए प्रखंड कार्यालय पहुंच गईं और वहां धरने में बैठ गईं। इस धरने के माध्यम से उन्होंने सरकार को अपनी माँगों के लिए जागरूक किया और अपनी मांग पत्र सरकारी अधिकारियों के हाथ सौंपा। इसके अलावा, आशा संयुक्त संघर्ष मंच के बैनर तले 4 जुलाई 2023 को सिविल सर्जन के सामने भी प्रदर्शन करने की योजना बना रहीं हैं।



धरने के दौरान आशा कार्यकर्ताएं ने बताया कि इस अनिश्चितकालीन धरने के चलते स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं और यह लोगों को काफ़ी परेशानी में डाल सकता है। उन्हें आशा है कि सरकार जल्द से जल्द उनकी माँगों पर ध्यान देगी और इस मुद्दे का समाधान करेगी।

ठाकुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से निकलकर पैदल मार्च करते हुए प्रखंड कार्यालय पहुंचने से पहले, आशा कार्यकर्ताओं ने पूरे बाजार में एक जागरूकता अभियान भी चलाया था। आशा कार्यकर्ता बताती है कि उन्हें ₹1000 प्रति माह के रूप में कार्य करना पड़ता है जो कि सरकार के द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी से भी कम मानदेय हैं,