प्रदीप शर्मा, DastakToday news
बिहार में सोनपुर के मेले के बाद अगर किसी बड़े मेले का नाम आता है तो वह है किशनगंज का मशहूर मेला खगड़ा मेला,
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, खगड़ा मेले की शुरुआत सन 1883 में की गई थी। उस समय के खगड़ा एस्टेट के नवाब सैय्यद अता हुसैन खान ने इस मेले को शुरू किया था। जानकारों की मानें तो खगड़ा मेला पुराने समय में 1836 एकड़ में फैला हुआ था, जो अब सिमटकर 4 से 5 एकड़ में रह गया, इस मेले में बांग्लादेश म्यांमार नेपाल भूटान जैसे कई देशों से व्यापारी आते थे व्यापार करने, कोरोना काल में मिले को बंद रखा गया जिसके बाद 2022 के मेला का शुभारंभ किया जा रहा है, जिस मेले में दूरदराज से लोग व्यापार करने आते थे एवं जरूरत की सारी समाने यहां उपलब्ध हुआ करती थी उस मेले में अब नाच गाने तक सिमट कर आ गया, जिसे अब जाकर राजकीय मेला का दर्जा प्राप्त हो पाया, जिससे जिले वासियों में काफी हर्ष का माहौल देखा जा रहा है, बता दें कि राजकीय मेले के लिए पूर्व जिलाधिकारी हिमांशु शर्मा ने मेले के शुभारंभ के वक्त कहा था इस मेले को राज्य दर्जा दिलाने के लिए प्रयास किया जाएगा जिसे अब राजकीय मेले का दर्जा प्राप्त होने की खबरें प्रकाश में आ रही